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मुजफ्फरपुर जिले हिंसक झड़प व आगजनी में चार लोगों की मौत, 14 लोग गिरफ्तार

 बिहारवन टीम 
मुजफ्फरपुर  हुआ आक्रोशित ,एल एस कॉलेज के इंटर का छात्र था भारतेंदु 
मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाने के अजीतपुर गांव में अपहृत युवक  इंटर का छात्र भारतेंदु का शव मिलने के बाद गुस्साये लोगों ने रविवार को करीब 50 घरों को फूंक दिया. इस दौरान हिंसक झड़प व आगजनी में चार लोगों की मौत हो गयी. कई गंभीर रूप से घायल हो गये. उग्र भीड़ ने अपहरण के आरोपित के घर पर भी हमला कर तोड़फोड़ की. पुलिस ने कल एक गांव में भडकी हिंसा के सिलसिले में कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. 
इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री जीतन राम माझी अपने दिल्ली और मुंबई दौरे को बीच में ही छोडकर पटना लौट चुके हैं. ऐसी संभावना है कि वह घटनास्थल के दौरे में जा सकते हैं. हालांकि अभी आधिकारिक रुप से इसकी जानकारी नहीं दी गयी है. 
घटना के बाद अजीतपुर में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. आयुक्त, आइजी, डीएम व एसएसपी सहित सभी वरीय अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं. रात 11:30 बजे एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय भी घटनास्थल पर पहुंचे.  कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है. आइजी पारसनाथ ने अपहृत युवक का शव बरामद होने और तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है.
जानकारी के मुताबिक, अजीतपुर के पड़ोसी गांव बहिलवारा माली टोला निवासी कमल सहनी का पुत्र भारतेंदु सहनी (19 वर्ष) नौ जनवरी से लापता था. श्री सहनी ने 11 जनवरी को इसकी प्राथमिकी सरैया थाने में दर्ज करायी थी, जिसमें अजीतपुर निवासी अधिवक्ता मो वसी अहमद के पुत्र सदाकत अली उर्फ विक्की को नामजद किया गया था. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी थी. अचानक रविवार की सुबह अजीतपुर गांव के ग्वसी अहमद के घर से करीब दो सौ मीटर दूर गेहूं के एक खेत में भारतेंदु का शव मिला. यह बात आसपास के गांवों में फैली और देखते-ही-देखते सैकड़ों की संख्या में लोग वहां जमा हो गये.
  प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,
 कुछ उपद्रवी लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसके बाद लोगों का आक्रोश भड़का और लोगों ने अपहरण के नामजद आरोपित के घर पर हमला कर दिया. दूसरे पक्ष के लोगों ने रोकने की कोशिश की. कुछ ने समझाने भी की, लेकिन उनकी कोई सुननेवाला नहीं था. बेकाबू भीड़ ने सड़क की दोनों ओर जाम लगा दिया और पूरे टोले में आग लगा दी. एक-एक घर में घुस कर तोड़फोड़ की गयी. सामान बरबाद कर दिया गया. 
सरैया थाने से करीब 10 किलोमीटर दूर अजीतपुर का यह टोला एक सड़क की दोनों तरफ बसा हुआ है. करीब 50 घर पूरी तरह जल गये. ट्रैक्टर, दो चारपहिया और करीब 10 दुपहिया वाहनों के अलावा घरों के सामान भी जल गये. तीन दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए देर रात तक लगी रहीं. पुलिस ने दो शव मौके से बरामद किये हैं, जो बुरी तरह से झुलसे हुए थे. एक घायल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
घटना के बाद पुलिस बड़ी मशक्कत के बाद गांव में घुस पायी. लोगों ने दोनों तरफ से रोड जाम कर रखा था. ज्यादातर लोग दहशत के कारण गांव छोड़ कर भाग गये हैं. कुछ लोगों ने जान बचाने के लिए एक व्यक्ति के यहां शरण ली. ग्रामीणों के मुताबिक, जिस भारतेंदु सहनी का अपहरण हुआ था, वह स्नातक पार्ट वन का छात्र था. उसके अपहरण के पीछे प्रेम-प्रसंग का मामला है.
इस बीच मुख्य आरोपित विक्की को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सूचना मिलने पर प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद, आइजी पारसनाथ, डीएम अनुपम कुमार व एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र सैकड़ों पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. गांव में आसपास के जिलों से भी पुलिस बल को तैनात किया गया है.
मौके पर कैंप कर रहे आयुक्त, आइजी, डीएम, एसएसपी समेत सभी वरीय अधिकारी
रात 11:30 बजे एडीजी मुख्यालय गुप्तेश्वर पांडेय भी पहुंचे,छानबीन शुरू
सरकार करायेगी घायलों का इलाज व जले घरों का पुनर्निर्माण
सीएम ने मुंबई यात्रा बीच में ही रद्द की, आज लौटेंगे
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पूरी घटना की जांच का आदेश दिया है. जांच के लिए गृह सचिव सुधीर कुमार और एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय की दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दिल्ली और मुंबई की अपनी यात्रा बीच में ही रद्द कर दी है. सोमवार की सुबह वह पटना लौट जायेंगे. मुख्यमंत्री ने घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों  को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है. साथ ही सरकारी खर्च पर सभी घायलों का इलाज और जले सभी घरों का पुनर्निर्माण कराने की भी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों में न आएं. प्रशासन विधिसम्मत कार्रवाई करेगा. 
क्षेत्र में शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने जिले के सभी मंत्रियों रमई राम, डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह, मनोज कुमार सिंह और अन्य जनप्रतिनिधियों से मुंबई से ही फोन पर बात की और पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही उन्हें घटनास्थल का दौरा कर अमन-चैन स्थापित करवाने में सहयोग करने का भी निर्देश दिया.
उधर, मुजफ्फरपुर के सरैया व आसपास के गांवों में राज्य पुलिस मुख्यालय ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है. साथ ही मुजफ्फरपुर के प्रमंडलीय आयुक्त व आइजी के नेतृत्व में डीएम, एसएसपी समेत सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों को मौके पर कैंप करने का आदेश दिया गया है. एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि बिहार सैन्य पुलिस के 300 जवानों को सरैया में तैनात कर दिया गया है. साथ ही वैशाली, समस्तीपुर, सीतामढ़ी और सारण जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया गया है. श्री पांडेय ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि एक छात्र के शव की बरामदगी के बाद तेजी अफवाह फैली है. इसी अफवाह के कारण छात्र की हत्या के आरोपित का घर आक्रोशित लोगों ने फूंक दिया. इससे आसपास के घर भी उसकी चपेट में आ गये.
स्थिति नियंत्रण में
घटना प्रेम-प्रसंग से जुड़ी है. दोनों पक्षों के उपद्रवी तत्वों की गिरफ्तारी हो गयी है. मुख्य आरोपित भी गिरफ्तार किया जा चुका है. मुआवजा देने की कार्रवाई की जा रही है. स्थिति नियंत्रण में है.
अनुपम कुमार, डीएम, मुजफ्फरपुर
प्रशासन कर रहा कैंप
यह काफी दुखद घटना है. गांव में शांति-व्यवस्था कायम करने के लिए सारे आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. जब तक शांति- व्यवस्था कायम नहीं हो जाती, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी वहां कैंप करेगा. जांच में जो भी दोषी पाये जायेंगे होंगे, उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.
अतुल प्रसाद, आयुक्त, तिरहुत प्रमंडल मुजफ्फरपुर

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