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अजीब उत्साह दिखा नशा मुक्ति अभियान में

            बिहार में शराबबंदी के समर्थन में अजीब उत्साह दिखा नशा मुक्ति अभियान में.
                        

शराबबंदी से लोगों के बच रहे Rs 10,000 करोड़

बिहारवन वेब टीम
राम बालक रॉय /केशव कुमार
शनिवार को आयोजित राज्य वयापि अभियान के तहद मानव से मानव जोरो  श्रृंखला में बिहारवासियों के बीच अजीब उत्साह देखने को मिला। क्या बच्चे क्या शिक्षक क्या जान प्रतिनिधि क्या सामाजिक कार्यकर्ता सभी एक ही रंग में रंगे थ. और वो रंग नशा  मुक्ति को लेकर था।  अस्सी के दशक में बॉलीवुड ने वर्ष 1978 में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन अभिनीत कसमें वादे नाम से एक फिल्म के 'मिले जो कड़ी-कड़ी इक जंजीर बने, प्यार के रंग भरो जिंदा तस्वीर बने' गीत को पूरी तरह से चरितार्थ कर दिया. इस शराबबंदी के समर्थन में आयोजित मानव श्रृंखला में बिहार के विभिन्न जिलों के शहरों और कस्बों के लोगों ने नशाखोरी के खिलाफ हाथ से हाथ जोड़कर अपने जोश-ओ-खरोश के साथ अपना उत्साह दिखाया, उसे देखकर बरबस ही मुंह से बरबस ही मुंह से 'रहे जो खड़े सभी एक रिकॉर्ड बना, होश में जोश दिखा नशा काफूर हुआ' निकल पड़ता है. मानव श्रृंखला को लेकर बिहार के सभी  जिलों में लोगों में कैसा उत्साह की झलकियां...

 बिहार के भागलपुर जिले में शराबबंदी के समर्थन में लोगों के बीच गजब का उत्साह दिखा. क्या बच्चे, युवा, बुजुर्ग, नेता, मंत्री सभी एक साथ एक कतार में खड़े थे. इस जिले के विभिन्न सुबह से ही मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने के लिए सड़क पर लोग उमड़े थे. शहर में आयोजित मानव श्रृंखला में बिहार के मंत्री राजीव रंजन सिंह, अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग खड़े थे. इतना ही नहीं, यहां आये विदेशी पर्यटकों ने भी खुद को मानव श्रृंखला में खड़ा होकर सेल्फी लेते हुए दिखायी दिये.

 लखीसराय जिले में भी मानव श्रृंखला को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. आलम यह इस आयोजन में शामिल होने के लिए आठ साल से लेकर 88 साल के बुजुर्ग में भी गजब का उत्साह देखने को मिला. लोग बताते हैं कि जिले के रामपुर गांव में एक 88 वर्ष के बुजुर्ग रामबालक सिंह बच्चों के बीच खड़ा होकर खुद को जवान साबित कर रहे थे. मानव श्रृंखला में शामिल होने के बाद उन्होंने उम्र के सवाल करारा जवाब देते हुए कहा कि अभी मेरी उम्र 88 साल की है. इस दो अंक के आठ और आठ को जोड़ दो, तो योगफल 16 आता है. यानी कि अभी तो मैं जवान हूं, तो शराबबंदी के समर्थन में लाइन में खड़ा क्यों नहीं हो सकता.

किशनगंज जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर बनी मानव श्रृंखला में आम लोग कतारबद्ध तो थे ही, महिलाओं और दिव्यांग शिक्षकों ने भी पूरे जोश के साथ खुद को कतार में खड़ा कर रखा था. मजे की बात यह कि इस जिले में लोग पूरे जोश के साथ बैंड बाजा भी लेकर आये थे. शराबबंदी के समर्थन में बनाये जाने वाले रिकॉर्ड में खुद को शामिल करने के लिए जहां महिलाओं में उत्साह था, वहीं, दिव्यांगों में भी कम जोश नहीं था.भोजपुर जिले में आरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 84 पर आयोजित मानव श्रृंखला में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, सरकारी कर्मचारी और स्कूली बच्चों के साथ वीरा धारावाहिक वीरा की अभिनेत्री हर्षिता ने भी खुद को शामिल किया. शराबबंदी के खिलाफ दूसरे चरण में मानव श्रृंखला की सफलता के लिए कैमूर के भभुआ स्थित एकता चौक पर लोगों ने खुद को बहुरूपिया बनाकर अपना समर्थन जाहिर किया. ढोल बाजे के साथ लोग रंग-बिरंगी परिधानों में खुद को विश्व रिकॉर्ड कायम करने के लिए इस ऐतिहासिक क्षण में शामिल किया. शराबबंदी के समर्थन में बिहार के गया जिले में 391 किलोमीटर की मानव श्रृंखला में लोगों ने उत्साह के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. गया शहर में जिला मुख्यालय के पास, काशी नाथ मोड़ और गांधी मैदान के पास सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली. कलेक्ट्रेट के पास पटना से आये कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया. वहीं, बोधगया में विदेशी पर्यटकों और बौद्ध करमापा में भी जबरदस्त का उत्साह देखने को मिला. विदेशी पर्यटकों ने शराबबंदी के समर्थन में सड़क पर उतर कर मानव श्रृंखला बनायी. बौद्ध धर्मगुरू 17वें करमापा उगेन त्रिनले दोरजे के नेतृत्व में बौद्ध लामाओं ने मानव श्रृंखला बनायी.बिहार एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है. नशामुक्ति के पक्ष में शनिवार को राज्य में विश्व की सबसे बड़ी मानव शृंखला बनेगी. दो करोड़ से अधिक लोग 45 मिनट तक एक-दूसरे का हाथ थाम कर इसका हिस्सा बनेंगे. यह राज्यव्यापी शृंखला दिन के 12:15 से एक बजे तक बनेगी.  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी पटना के गांधी मैदान में इसका हिस्सा बनेंगे. यहां मानव शृंखला के जरिये बिहार का मानचित्र बनाया जायेगा. वहीं, राज्य के  अन्य मंत्री और विभाग के प्रधान सचिव अपने-अपने प्रभारवाले जिलों में इसका नेतृत्व करेंगे. 

जदयू, राजद, कांग्रेस और भाजपा  समेत अधिकतर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे. सांसद, विधायक, विधान पार्षद समेत राजनीतिक दल के लोग, स्कूल-कॉलेज की छात्र-छात्राएं, सरकारी कर्मचारी इसमें शामिल होंगे. मानव शृंखला की वीडियोग्राफी के लिए सभी जिलों में एक-एक ड्रोन के साथ वीडियोग्राफी दल को भेज दया दिया गया है.  सरकार के चार हेलीकॉप्टर से भी एरियल फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जायेगी. इसके अलावा इसरो और अंतरराष्ट्रीय सेटेलाइट से भी पूरे राज्य की मानव शृंखला की एक साथ फोटोग्राफी होगी. इसे विश्व रिकॉर्ड में शामिल कराने के लिए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड से भी रजिस्ट्रेशन कराया गया है और सरकार उनसे लगातार संपर्क में है. मानव शृंखला बनाने में सहयोग करने के लिए शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में एक-एक प्रभारी पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किया है. साथ ही विभाग के सचिव, अपर सचिव और निदेशकों को भी अलग-अलग प्रमंडलों में भेजा गया है. 
खुशनुमा माहौल में एक दूसरे का हाथ पकड़  खड़े रहे दो करोड़ लोग
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पीके ठाकुर ने सभी डीएम-एसपी को मानव शृंखला को खुशनुमा माहौल में कराने का निर्देश दिया है. साथ ही जगह-जगह पर एंबुलेंस और पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है. मॉनीटरिंग के लिए पटना मुख्यालय के अलावा जिला व प्रखंडों में अलग-अलग कंट्रोल रूम बनाये गये हैं. जिस क्षेत्र में आबादी नहीं होगी, वहां लोगों  को बसों से लाया जायेगा और मानव शृंखला के बाद पहुंचाया जायेगा. किसी दल का झंडा व बैनर नहीं होगा हाथ में
इसमें शामिल होने के लिए क्लास छह से हाइ, प्लस टू, कॉलेज के छात्र-छात्राओं समेत सभी स्तर के जनप्रतिनिधि, सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, सभी समुदायों, आम लोगों से अपील की गयी है. राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता भी चेन का हिस्सा बनेंगे, लेकिन इसमें किसी दल का झंडा, बैनर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा.  
सरकार ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, आशा दीदी, सेविका सहायिका, पंचायत के मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य समेत अन्य यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी ओर से लाये जानेवाले लोग सुरक्षित घर लौट गये हों. इसके बाद ही वे लोग लौटेंगे. यह सभी की नैतिक जिम्मेदारी के साथ-साथ निजी जवाबदेही भी है.  
बिहार दिवस में पुरस्कृत होंगे तीन जिले  
 मानव शृंखला में उत्कृष्ट काम करनेवाले तीन जिलों को बिहार दिवस 2017 में पुरस्कृत किया जायेगा. उत्कृष्ट जिलों का चयन वातावरण निर्माण, माइक्रोप्लानिंग, राज्य से निर्धारित मेन रूट व जिसे के सब रूट की शत-प्रतिशत उपलब्धि, दोनों रूट पर मानव शृंखला में उपस्थिति और उसकी काउंटिंग के आधार पर की जायेगी.
साथ ही दो नंबर के  कारोबारियों को भी समझ में आ जायेगा कि अब उनको बचानेवाला कोई नहीं है. वे अंदर जायेंगे. गड़बड़ी करना बंद करो, बेहतर काम करना शुरू करो. उन्होंने  लाेगों को हाथ उठा कर मानव शृंखला में शांतिपूर्वक शामिल होने का संकल्प  दिलाया. साथ ही भीड़ में उत्साहित महिलाओं से कहा कि दिल्ली वाले आएं, तो  नारा लगाना, हम तो साथ हइये हैं.
चार साल में सात निश्चयों के काम होंगे पूरे
मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चय यात्रा में घूम-घूम कर सात निश्चयों के काम को देख रहा हूं. इनमें चार निश्चय हर घर नल, शौचालय, पक्की गली और हर घर बिजली का  कनेक्शन पंचायत व वार्ड स्तर पर क्रियान्वित हो रहे हैं. अगले चार वर्षों  में सातों निश्चयाें के सभी स्कीम पूरा करेंगे. 
किसी के पास गिड़गिड़ाये नहीं, 
सीएम  ने कहा कि थाना, जमीन, अतिक्रमण, बिजली बिल आदि से संबंधित कोई भी शिकायत हो,  तो रोने-गिड़गिड़ाने की जरूरत नहीं है, लोक शिकायत केंद्र में आइए, वहां समस्या का समाधान हो जायेगा. हर अनुमंडल व जिले में संपूर्ण क्रांति दिवस (पांच जून) से लोक शिकायत केंद्र चालू हो गया है. इसमें दरखास दीजिए. सात-आठ दिनों के बाद तिथि पड़ती है. आवेदक को बुलाया जाता है. साथ ही जिसके खिलाफ शिकायत होती  है, उसके अधिकारी आते हैं. लोक शिकायत निवारण अधिकारी आमने-सामने बैठा कर  शिकायत का निराकरण करते हैं.
 शराबबंदी से लोगों के बच रहे Rs 10,000 करोड़
 सीएम ने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी की  आलोचना  करते हैं. कहते हैं कि सरकार को पांच हजार करोड़ का नुकसान हो  गया. लेकिन, महत्वपूर्ण है कि इससे लोगों के 10 हजार करोड़ रुपये सालाना बच रहे हैं. अब ये रुपये घर के काम में खर्च हो  रहे हैं. दूध की खपत बढ़ गयी. मिठाई, कपड़े की बिक्री बढ़  गयी. सिलाई मशीन की बिक्री में 19% का इजाफा हुआ. 

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