प्रधानमंत्री ने सिपत ताप बिजली संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया
प्रधानमंत्री ने एनटीपीसी की 1600 मेगावाट वाली लारा सुपर ताप बिजली परियोजना के पहले चरण की आधारशिला रखी
13वीं पंचवर्षीय योजना में केवल उत्कृष्ट सूक्ष्म टेक्नोलॉजी पर आधारित ताप संयंत्र स्थापित किए जाएंगेताप बिजली संयंत्रों के लिए अत्याधुनिक अल्ट्रा सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी विकसित देश के ऊर्जा उत्पादन कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी का राजीव गांधी सिपत सुपर ताप बिजली संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित लारा सुपर ताप बिजली परियोजना की रिमोट के जरिये आधारशिला रखी।
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि 2,980 मेगावाट बिजली उत्पादन करने की क्षमता रखने वाला कोयला आधारित बिजली संयंत्र न केवल छत्तीसगढ़ की मांग को पूरा करेगा बल्कि आस-पास के राज्य जैसे मध्यप्रदेश की मांग को भी पूरा करेगा। 11वीं पंचवर्षीय योजना में देश ने करीब 55,000 मेगावाट की रिकॉर्ड विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल की जो 10वीं पंचवर्षीय योजना की तुलना में दोगुनी है। उन्होंने कहा कि 12वीं योजना में सरकार ने 1,18,000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
13,000 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से निर्मित सिपत संयंत्र में एनटीपीसी ने पहली बार सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। विद्युत मंत्रालय सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी का देश में ही निर्माण करने को प्रोत्साहन देने के लिए कदम उठा रहा है। यह कार्य सुपर सूक्ष्म इकाइयों के निर्माण के लिए भारी मात्रा में टेंडर आमंत्रित कर किया जाएगा। 800 मेगावाट यूनिट का लारा ताप संयंत्र इस प्रकिया की मदद से स्थापित किया जाएगा। डॉ. सिंह ने कहा कि 13वीं पंचवर्षीय योजना में केवल सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी पर आधारित ताप संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक अल्ट्रा सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी देश में विकसित की जा रही है उन्होंने इस टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए एनटीपीसी, बीएचईएल और इंन्दिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र के मिले-जुले प्रयासों की सराहना की।
अपने स्वागत भाषण में विद्युत राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बिजली किसी भी देश के विकास का केन्द्र है और वर्ष दर वर्ष अतिरिक्त उत्पादन जुड़ रहा है उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 में विद्युत उत्पादन 23000 मेगावाट था, जो एक रिकॉर्ड है। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के कार्य की सराहना करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि यह न केवल देश की बल्कि दुनिया की महारत्न है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना एक दूरदर्शी योजना है जो देश के प्रत्येक गांव और घर में बिजली पहुंचाएगी। श्री सिंधिया ने कहा कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश का विद्युत केन्द्र बन जाएगा क्योंकि सरकार राज्य में बिजली क्षेत्र की विभिन्न उत्पादन, ट्रांसमिशन परियोजनाओं में 62,000 करोड़ रूपये निवेश करने की योजना बना रही है। क्रेडिट : पी आइ बी नई दिल्ली
13वीं पंचवर्षीय योजना में केवल उत्कृष्ट सूक्ष्म टेक्नोलॉजी पर आधारित ताप संयंत्र स्थापित किए जाएंगेताप बिजली संयंत्रों के लिए अत्याधुनिक अल्ट्रा सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी विकसित देश के ऊर्जा उत्पादन कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी का राजीव गांधी सिपत सुपर ताप बिजली संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित लारा सुपर ताप बिजली परियोजना की रिमोट के जरिये आधारशिला रखी।
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि 2,980 मेगावाट बिजली उत्पादन करने की क्षमता रखने वाला कोयला आधारित बिजली संयंत्र न केवल छत्तीसगढ़ की मांग को पूरा करेगा बल्कि आस-पास के राज्य जैसे मध्यप्रदेश की मांग को भी पूरा करेगा। 11वीं पंचवर्षीय योजना में देश ने करीब 55,000 मेगावाट की रिकॉर्ड विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल की जो 10वीं पंचवर्षीय योजना की तुलना में दोगुनी है। उन्होंने कहा कि 12वीं योजना में सरकार ने 1,18,000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
13,000 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से निर्मित सिपत संयंत्र में एनटीपीसी ने पहली बार सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। विद्युत मंत्रालय सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी का देश में ही निर्माण करने को प्रोत्साहन देने के लिए कदम उठा रहा है। यह कार्य सुपर सूक्ष्म इकाइयों के निर्माण के लिए भारी मात्रा में टेंडर आमंत्रित कर किया जाएगा। 800 मेगावाट यूनिट का लारा ताप संयंत्र इस प्रकिया की मदद से स्थापित किया जाएगा। डॉ. सिंह ने कहा कि 13वीं पंचवर्षीय योजना में केवल सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी पर आधारित ताप संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक अल्ट्रा सुपर सूक्ष्म टेक्नोलॉजी देश में विकसित की जा रही है उन्होंने इस टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए एनटीपीसी, बीएचईएल और इंन्दिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र के मिले-जुले प्रयासों की सराहना की।
अपने स्वागत भाषण में विद्युत राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बिजली किसी भी देश के विकास का केन्द्र है और वर्ष दर वर्ष अतिरिक्त उत्पादन जुड़ रहा है उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 में विद्युत उत्पादन 23000 मेगावाट था, जो एक रिकॉर्ड है। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के कार्य की सराहना करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि यह न केवल देश की बल्कि दुनिया की महारत्न है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना एक दूरदर्शी योजना है जो देश के प्रत्येक गांव और घर में बिजली पहुंचाएगी। श्री सिंधिया ने कहा कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश का विद्युत केन्द्र बन जाएगा क्योंकि सरकार राज्य में बिजली क्षेत्र की विभिन्न उत्पादन, ट्रांसमिशन परियोजनाओं में 62,000 करोड़ रूपये निवेश करने की योजना बना रही है। क्रेडिट : पी आइ बी नई दिल्ली
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