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अंतरराज्यीय बैंक लुटेरा गिरोह चढ़ा समस्तीपुर पुलिस के हत्थे

बिहार वन न्यूज़ लाइव डेस्क। 

बैंक लुटेरा गिरोह समस्तीपुर में आकर यहाँ के कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहा था। वही निगरानी से आये समस्तीपुर एसपी दीपक रंजन ने समस्तीपुर शहर के गोला रोड में हुए लूट को चुनौती के रूप में लिया। उन्होंने इस घटनाक्रम पर पूरी एक टीम बनायीं। इतना हिनहि उन्होंने इसमें आखिरकार सफलता भी प्राप्त कर लिया। सभीलूटेरे पकड़े गए। समस्तीपुर एसपी दीपक रंजन के मुताबिक  लूट कांड में शामिल अपराधी कितने शातिर हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगता है कि यह गिरोह 1995 से ही पूरे देश के अलग अलग शहरों में करीब दो दर्जन बैंक लूट की घटना को अंजाम दे चुका है लेकिन पहली बार पुलिस गिरफ्त में आया है. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने जब इस बैंक लूट के साथ ही बैंक लूट की दूसरी वारदातों को अंजाम देने के तरीकों का खुलासा किया तो इसने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया. इस मामले में पुलिस ने जमशेदपुर, पटना और वैशाली में छापेमारी कर लूटी गयी रकम में से करीब 22 लाख रुपये, भारी मात्रा में हथियार, लूट में उपयोग की गयी 2 बाइक, मोबाइल लूट के समय पहने गए कपड़े के साथ अंतरप्रांतीय अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
गौरतलब है कि विगत 4 जनवरी को समस्तीपुर नगर थाना से महज 500 मीटर पर स्थित गोला रोड यूको बैंक की शाखा में बैंक खुलते ही तीन अपराधी अंदर घुस गए थे और बैंक कर्मियों को पिस्तौल की नोक पर लेकर कैश रूम 49 लाख रुपये लूट कर बैंक के बाहर से शटर बंद कर उसमें नया ताला मार दिया और खुद यह शोर मचाते हुए भागने लगे कि अंदर डकैती हो रही है. इसके बाद बाहर इन्तजार कर रहे दूसरे अपराधियों के साथ अलग अलग बाइक पर सवार होकर सभी अपराधी अलग अलग दिशा में इस तरह निकल गए मानो सभी बैंक के कस्टमर हों. किसी को शक नहीं हो पाया कि उनकी आंखों के सामने से निकले लोग ही दरअसल बैंक लुटेरा था.
बैंक लूट के दौरान लुटेरे बैंक में लगी सीसीटीवी का सीडीआर भी खोल कर लेते चले गए थे. जिससे उनका कोई हुलिया नहीं मिल रहा था, लेकिन बाजार में अलग अलग लगे दूसरे सीसीटीवी कैमरे में शक के आधार जिन बाइक सवार को लुटेरा मानकर पुलिस आगे बढ़ी थी. वह शक सही साबित हुआ. इस लूट कांड का सरगना पटना के बाढ़ का रहने वाले अमित सिंह ने सभी दो दर्जन बैंक लूट में अपने गैंग शामिल रहने की बात को स्वीकार की है.


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