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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 93वें जन्मदिन के अवसर पर आज प्रदेश की विभिन्न जेलों से 93 कैदी रिहा किये गये। राज्य की योगी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में इन कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया था। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार सिंह ने बताया की इन कैदियों को आज रिहा कर दिया गया।
ये कैदी प्रदेश की विभिन्न जेलो में बंद थे और इन कैदियों में से ज्यादातर वे कैदी शामिल हैं जिन्होंने अपनी सजा तो पूरी कर ली थी लेकिन विभिन्न कारणों जैसे जुर्माना आदि न जमा करने के कारण जेल में बंद थे।
सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के 93वें जन्मदिन के अवसर पर 93 कैदियों को जेल से रिहा करने का फैसला किया गया था। इन कैदियों ने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली थी लेकिन इन पर जो जुर्माना लगाया गया था और वे इसे नहीं भर पाने की वजह से रिहा नहीं हो पा रहे थे। इन सभी कैदियों का जुर्माना भरने के लिये जेल विभाग ने विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं और ट्रस्ट आदि की मदद ली। ऐसे कैदियों की संख्या 135 थीं जिनमें से 93 की सूची बनायी गयी और उन्हें आज रिहा कर दिया गया।
वाजपेयी ने लखनऊ लोकसभा सीट का पांच बार 1991,1996,1998,1999 और 2004 में प्रतिनिधित्व किया था। उसके बाद वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में लालजी टंडन लखनऊ के सांसद बने जबकि वर्ष 2014 में राजनाथ सिंह यहां से सांसद निर्वाचित हुए थे।

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