राम बालक रॉय
दिनांक 20 अक्टूबर 2012
सिन्हा साहब के नेतृत्वा में मणि जयंती
* केंद्रीय विद्यालय में गणितज्ञों का जमावड़ा
समस्तीपुर : मुख्य अतिथि गणित विभाग के सेवानिवृत विभागाध्यक्ष डॉ.सत्यदेव नारायण सिन्हा ने कहा कि रामानुजम प्रेरणा के श्रोत हैं. इनकी खोज से प्रो.हार्डी इतने प्रभावित थे कि उन्होंने इनकी खोजों को गणितीय ज्ञान का ऐसा भंडार बताया जिस पर आने वाली पीढ़ियां खोज करती रहेंगी.
उनके अनेक थ्योरम पर अभी भी शोध कार्य चल रहा है. वे शुक्रवार को स्थानीय केंद्रीय विद्यालय, पूर्व मध्य रेलवे के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय गणित वर्ष कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
श्रीनिवास रामानुजम की 125 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में आगतों का स्वागत करते हुए विद्यालय के प्राचार्य रामललित सिंह ने रामानुजम की खोज को अतुलनीय बताया. इससे पूर्व अतिथियों ने रामानुजम के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया.
कार्यक्रम में दरभंगा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर के करीब सौ से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. छात्राओं ने मनमोहक स्वागतगान से अतिथियों का अभिवादन किया. अपने संबोधन में वक्ताओं ने दूसरे महान भारतीय गणितज्ञ प्रो.वशिष्ठ नारायण सिंह के गणित क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान का भी उल्लेख किया.
प्रतिभागियों ने गणित पर आधारित पत्रिका, प्रदर्शनी, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, निबंध आदि कार्यो से उपस्थित लोगों को गणित पर चिंतन के लिए विवश किया. निर्णायक की भूमिका में डा. एसएन सिन्हा, डॉ.एस अंसारी, डॉ.एसएन राय, डॉ.विनय कुमार शामिल थे. प्रतिभागियों में रोनक, सूर्यकांत, अंजली, प्रिया, निधि, वंदना, शबनम, विशाखा, संतोष सुमन शामिल थे.
दिनांक 20 अक्टूबर 2012
सिन्हा साहब के नेतृत्वा में मणि जयंती
प्रेरणा के स्नेत हैं रामानुजम
समस्तीपुर : मुख्य अतिथि गणित विभाग के सेवानिवृत विभागाध्यक्ष डॉ.सत्यदेव नारायण सिन्हा ने कहा कि रामानुजम प्रेरणा के श्रोत हैं. इनकी खोज से प्रो.हार्डी इतने प्रभावित थे कि उन्होंने इनकी खोजों को गणितीय ज्ञान का ऐसा भंडार बताया जिस पर आने वाली पीढ़ियां खोज करती रहेंगी.
उनके अनेक थ्योरम पर अभी भी शोध कार्य चल रहा है. वे शुक्रवार को स्थानीय केंद्रीय विद्यालय, पूर्व मध्य रेलवे के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय गणित वर्ष कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
श्रीनिवास रामानुजम की 125 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में आगतों का स्वागत करते हुए विद्यालय के प्राचार्य रामललित सिंह ने रामानुजम की खोज को अतुलनीय बताया. इससे पूर्व अतिथियों ने रामानुजम के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया.
कार्यक्रम में दरभंगा, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर के करीब सौ से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. छात्राओं ने मनमोहक स्वागतगान से अतिथियों का अभिवादन किया. अपने संबोधन में वक्ताओं ने दूसरे महान भारतीय गणितज्ञ प्रो.वशिष्ठ नारायण सिंह के गणित क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान का भी उल्लेख किया.
प्रतिभागियों ने गणित पर आधारित पत्रिका, प्रदर्शनी, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, निबंध आदि कार्यो से उपस्थित लोगों को गणित पर चिंतन के लिए विवश किया. निर्णायक की भूमिका में डा. एसएन सिन्हा, डॉ.एस अंसारी, डॉ.एसएन राय, डॉ.विनय कुमार शामिल थे. प्रतिभागियों में रोनक, सूर्यकांत, अंजली, प्रिया, निधि, वंदना, शबनम, विशाखा, संतोष सुमन शामिल थे.
Comments
Post a Comment