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 बम धमाकों के बाद भी पटना में मोदी की रैली शुरू हुई. नरेंद्र  मोदी ने बिहार की जनता को  भोजपुरी भाषा में संबोधित किया. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने 40 मिनट के अपने भाषण में भोजपुरी, मैथिली और मगही का भी उपयोग किया जो राज्य की तीन प्रमुख बोलियां हैं.मोदी के संबोधन से पहले पटना में कई विस्फोट हुए जिसमें से पांच रैली स्थल के पास हुए. इसमें पांच व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए.
मोदी ने अपने भाषण में विस्फोट का जिक्र नहीं किया लेकिन लोगों से सुरक्षित घर जाने की अपील की. बिहार के मुख्यमंत्री पर चुटकी लेते हुए मोदी ने एक घटना का जिक्र किया, जब वह उनके साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री के समेत टेबल पर बैठे थे और नीतीश खाना नहीं खा रहे थे, असहज थे और इधर उधर देख रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं माजरा समझ गया और उनसे (नीतीश) कहा कि यहां कोई कैमरा नहीं है, आप खाना खा सकते हैं. यह पाखंड की हद है.’’ गुजरात के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह सम्प्रदायिकता के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रही है. हिन्दू मुस्लिम एकता की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि उनमें से कोई नहीं चाहता है कि हम एक दूसरे से लड़े. गरीबी को समाप्त करने के लिए हम सबको मिलकर लडने की जरुरत है.
मोदी ने कहा, बिहार में अब केवल मंगल ही मंगल होगा. मोदी ने नीतीश कुमार पर भाजपा और बिहार के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया मोदी ने कहा जिन लोगों ने जयप्रकाश नारायण और राममनोहर लोहिया को छोड़ दिया, वे भाजपा को आसानी से छोड़ सकते हैं. कुछ लोगों को छोड़कर बिहार के लोग अवसरवादी नहीं है  उन्होंने कहा कि भले हम उन्हें माफ कर दे लेकिन जिनके पद चिन्हों पर नीतीश चलने का दावा करते आये हैं उनकी आत्मा उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.
राहुल को शहजादा संबोधित करने पर कांग्रेस की आपत्ति का जवाब देते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कहा कि अगर कांग्रेस वंशवाद को छोड़ दे तब वह राहुल गांधी को शहजादा कहना छोड़ देंगे, मोदी ने यहां हुंकार रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ कांग्रेस के मित्र बहुत परेशान है कि मोदी शहजादा क्यों कह रहे हैं.. उन्हें नींद नहीं आती है. लेकिन मैं पूछता हूं कि शहजादा कहने की नौबत क्यों आई. ’’  
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जितना कांग्रेस इस वाक्य से अपमानित महसूस कर रही है, उतना ही लोग राजशाही शासन को नापसंद करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ अगर कांग्रेस वंशवाद को छोड़ने का वायदा करे, तब मैं शहजादा कहना बंद कर दूंगा.’’   मोदी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने जीवनभर लोकतंत्र के लिए संघर्ष किया और जेल गए. उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र के चार शत्रु हैं.. राजशाही राजनीति, जातपात, साम्प्रदायिक राजनीति और अवसरवाद.  उन्होंने कहा, ‘‘ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतंत्र के ये चारों शत्रु बिहार की राजनीति और संप्रग में मौजूद हैं.’’  बिहार के चंपारण से अंग्रेजों को भगाने का आह्वान करने के संबंध में महात्मा गांधी को याद करते हुए मोदी ने देश से कांग्रेस और बिहार से जदयू को उखाड़ फेंकने का वादा करने का लोगों से आह्वान किया.
मंच में मोदी के अलावा भाजपा के अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह मौजूद थे. रैली में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. मोदी की रैली से कुछ देर पहले सात देसी बम का धमाका हुआ है. इसमें एक शख्‍स की मौत हो गयी है. पहला धमाका स्‍टेशन में और दूसरा धमाका गांधी मैदान में एक और देसी बम विस्‍फोट हुआ. इस धमाके में 50 के घायल होने की खबर है. भाजपा के कई वरीष्ठ नेताओ घायलों को देखने के लिये पीएमसीएच पहुंचे है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम मंच से बलॉस्ट देख रहे थे पूरी घटना बेहद निदंनीय है. पूरे मामले की जांच के बाद हम इस संबंध में विस्तार से बात करेंगे.
यह संयोग ही है कि जिस समय नरेंद्र मोदी हुंकार रैली को संबोधित कर रहे थे , उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मुंगेर योग आश्रम में थे . राजगीर में 28 व 29 अक्तूबर को जदयू का प्रशिक्षण शिविर होना है. इसी दिन नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि की स्थापना के संबंध में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों से उनकी मुलाकात हुई.  इस दौरान जब मुख्यमंत्री को पटना बलॉस्ट की खबर मिली तो उन्होंने इस पर जांच के आदेश दिये. नरेंद्र मोदी तीसरी बार पटना आ रहे हैं, लेकिन अब तक यहां उनकी नीतीश कुमार के साथ कभी मुलाकात नहीं हुई.
मोदी ने कहा, ‘‘ देश बदलाव चाहता है.. सभी ओर किचड़ उछाला गया है. लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि जिनता कीचड़ आप उछालेंगे, उतना ही कमल खिलेगा.’’  नीतीश पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ उनके विचार अच्छे नहीं है. अपने चाटुकारों की सलाह, जिन्होंने उनसे कांग्रेस से हाथ मिलाने को कहा क्योंकि उनके प्रधानमंत्री बनने का मौका था, वह सपना देखने लगे.’’  मोदी ने उपस्थित लोगों से पूछा , ‘‘ नीतीश ने न केवल भाजपा को धोखा दिया बल्कि बिहार के लोगों को भी धोखा दिया. यह आपसे विश्वासघात है, क्या ऐसा नहीं है ?’’ लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया.  गुजरात के मुख्यमंत्री ने बताया कि किस तरह से उनकी पार्टी ने 1999 में अधिक विधायक होने के बादजूद जंगल राज के खात्मे के लिए कुमार के पूर्व दल समता पार्टी के पक्ष में मुख्यमंत्री पद का बलिदान किया था.
मोदी ने कहा, ‘‘ भाजपा ने मेरे मित्र (नीतीश) के पक्ष में बिहार से जंगल राज के खात्मे के लिए सुशील कुमार मोदी को मुख्यमंत्री बनाये जाने के अवसर को कुर्बान कर दिया था.’’      उन्होंने कहा कि बिहार से पार्टी के कई नेताओं के बार बार के आग्रह के बावजूद वह राजग की एकता और राज्य की भलाई के लिए बिहार से दूर रहे और भाजपा ने हमेशा एकजुटता का प्रयास किया.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कांग्रेस पर महंगाई का ‘पाप’ करने का आरोप लगाया जिसके कारण लोगों की कमर टूट गई है. उन्होंने कहा कि योजना आयोग ने रिपोर्ट पेश की है जिसमें कहा गया है कि एक व्यक्ति को 26 रुपये में दो वक्त का खाना मिल सकता है.
 उन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘ क्या आपको 26 रुपये में दो वक्त का खाना मिल सकता है ? 26 रुपये में तो कुछ कप चाय भी नहीं खरीदे जा सकते हैं.’’  स्वयं को गरीब परिवार से आने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ सत्तारुढ पार्टी के लोगों को गरीबी के बारे में पता ही नहीं है. लेकिन मैं जानता हूं.. मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं, गरीबी देखी है और जिया है.. मैंने रेलवे स्टेशन पर, ट्रेनों में चाय बेचा है.. जो लोग ट्रेने में चाय बेचते हैं, वे मंत्री से अधिक रेलवे की समस्या समझ सकते हैं.’’  वेब से.…।  

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