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मोदी सरकार बनते ही काशी में गंगा रिवर फ्रंट पर काम शुरू होगा
प्रधानमंत्री  पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की जुबान का मान रखने के लिए भाजपा ने काशी में साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर 'गंगा रिवर फ्रंट' प्लान पर काम शुरू कर दिया है। शहर में 'साबरमती रिवर फ्रंट' की भव्यता को लेकर बडे़-बड़े होर्डिग व बैनर लग गए हैं। स्थानीय भाजपा नेताओं का कहना है कि नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि उन्हें मां गंगा ने काशी बुलाया है, इसलिए भाजपा काशी में 'गंगा रिवर फ्रंट' को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी।
अहमदाबाद में साबरमती के अनुपम स्वरूप को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में प्रचार का हथियार बनाया था। नरेंद्र मोदी के भाषणों में भी साबरमती को माडल नदी के रूप में प्रस्तुत किया गया। यही कारण रहा कि काशी में मैली होती गंगा से दुखी काशीवासियों को भी साबरमती माडल रिझा गया। काशी वासियों की दुखती रग को पहचानकर ही मोदी ने 20 दिसंबर को वाराणसी की अपनी पहली सभा में गंगा के सुंदरीकरण व निर्मलीकरण पर जोर दिया। 24 अप्रैल को अपने नामांकन जुलूस में भी मोदी ने कहा कि -'न मैं यहां आया हूं और न ही मुझे किसी ने यहां भेजा है, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है'। जिससे तय हो गया कि पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता गंगा होगी।
बताते हैं कि काशी में गंगा के जगमगाते घाट और रेत के मैदान रिवर फ्रंट के लिए बेहद अनुकूल रहेंगे। रेत के मैदान में बाग बगीचे लगे, तो घाटों का सुंदरीकरण भी पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देगा। गंगा में सीधे गिरने वाले नालों का उपाय भी बेहतर ढंग से किया जाएगा। भाजपा नेता लक्ष्मण आचार्य कहते हैं कि गुजरात का माडल देश के सामने है और अब बनारस का गंगा रिवर फ्रंट भी विश्व के सामने माडल बनेगा। कांग्रेस के 'गंगा एक्शन प्लान' से इतर गंगा रिवर फ्रंट पूर्णत: बनारस को ही फोकस करेगा। इस प्लान में गंगा के बेसिक स्वरुप की जानकारी रखने वाले मल्लाह और पंड़ों को शामिल किया जाएगा।
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