
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को केंद्र सरकार से राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग करते हुए कहा कि वे हक की लड़ाई में कामयाब होंगे। उन्होंने केंद्र पर बिहार की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया। वहीं, जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि जब-जब बिहारियों ने करवट ली है तब-तब इतिहास बदला है।गांधी मैदान में आयोजित जनता दल यू की अधिकार रैली को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि केंद्र लगातार बिहार की अनदेखी की है। नीतीश ने आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राज्य को विशेष दर्जा देने के मुद्दे पर कई बार मिलने का वक्त मांगा था, परंतु उन्हें वक्त नहीं दिया गया। इसके लिए उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं दिया गया।उन्होंने कहा कि जिन राज्यों को विशेष दर्जा दिया गया है वहां आर्थिक प्रगति हुई है और हमारे राज्य की स्थिति तो विशेष दर्जा प्राप्त राज्यों से भी बदतर है। हम बाकी राज्यों से 25 साल पीछे हैं और इस बदतर हालत की जिम्मेदारी किसकी है। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती उपजाऊ है और यहां के लोग मेहनती है, परंतु हर साल आने वाली बाढ़ उसे कई साल पीछे धकेल देते है। उन्होंने कहा कि अब बदलाव का वक्त आ गया है। राज्य का युवा वर्ग बेइज्जती नहीं चाहता। उन्होंने मार्च में दिल्ली कूच का आह्वान करते हुए कहा कि बिहार के बिना इतिहास नहीं है और हम अपना हक लेकर ही रहेंगे। इससे पहले शरद यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार अपने अधिकारों के लिए खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि जब जब बिहार में बदलाव आया है, देश का इतिहास बदल गया है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यवासियों को बिहार के हक की लड़ाई के लिए आगे आना होगा।
Comments
Post a Comment