राम बालक रॉय
06 .11. 2012
पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद तस्लीमुद्दीन सत्तारुढ जदयू का दामन छोड़कर लालू प्रसाद नीत राजद में शामिल हो गये.
दस सकरुलर रोड स्थित अपने आवास पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गर्मजोशी से तस्लीमुद्दीन का एक बार फिर से पार्टी में स्वागत किया. बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जुलाई 2010 में राजद का दामन छोड़कर तस्लीमुद्दीन जदयू में शामिल हो गये थे.
नीतीश 100 प्रतिशत झूठे
राजद खेमे में वापसी के अपने निर्णय को न्यायोचित ठहराते हुए किशनगंज के पूर्व सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार 100 प्रतिशत झूठे हैं. सीमांचल के जिलों के विकास के लिए उन्होंने जो वायदे मुझसे किये थे उसे पूरा नहीं किया.
उन्होंने कहा कि वह राजद के सिद्धांतों और नीतियों में अपने विास और विचारधारा के कारण राजद में वापसी कर रहे हैं. यह सत्ता में वापसी के लालच के लिए किसी प्रकार से नहीं है.
अपने पुत्र सरफराज आलम के बारे में पूछे जाने पर तस्लीमुद्दीन ने कहा, ‘आलम अपना फैसला लेने में सक्षम है. उसे क्या करना है इसका फैसला वह स्वयं करेगा.’
तस्लीमुद्दीन पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के कार्यकाल के दौरान संयुक्त मोर्चा सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे. वह कई बार सांसद और विधायक रह चुके हैं. जदयू ने तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम को अररिया के जोकीहाट निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का टिकट दिया था. आलम अभी विधायक हैं.
लालू प्रसाद ने कहा, ‘तस्लीमुद्दीन की राजद में वापसी से पार्टी को मजबूती मिलेगी। वह एक धर्मनिरपेक्ष छवि के व्यक्ति हैं. इससे आगामी चुनावों में राजद को बल मिलेगा.’
06 .11. 2012
पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद तस्लीमुद्दीन सत्तारुढ जदयू का दामन छोड़कर लालू प्रसाद नीत राजद में शामिल हो गये.
दस सकरुलर रोड स्थित अपने आवास पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गर्मजोशी से तस्लीमुद्दीन का एक बार फिर से पार्टी में स्वागत किया. बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जुलाई 2010 में राजद का दामन छोड़कर तस्लीमुद्दीन जदयू में शामिल हो गये थे.
नीतीश 100 प्रतिशत झूठे
राजद खेमे में वापसी के अपने निर्णय को न्यायोचित ठहराते हुए किशनगंज के पूर्व सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार 100 प्रतिशत झूठे हैं. सीमांचल के जिलों के विकास के लिए उन्होंने जो वायदे मुझसे किये थे उसे पूरा नहीं किया.
उन्होंने कहा कि वह राजद के सिद्धांतों और नीतियों में अपने विास और विचारधारा के कारण राजद में वापसी कर रहे हैं. यह सत्ता में वापसी के लालच के लिए किसी प्रकार से नहीं है.
अपने पुत्र सरफराज आलम के बारे में पूछे जाने पर तस्लीमुद्दीन ने कहा, ‘आलम अपना फैसला लेने में सक्षम है. उसे क्या करना है इसका फैसला वह स्वयं करेगा.’
तस्लीमुद्दीन पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के कार्यकाल के दौरान संयुक्त मोर्चा सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे. वह कई बार सांसद और विधायक रह चुके हैं. जदयू ने तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम को अररिया के जोकीहाट निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का टिकट दिया था. आलम अभी विधायक हैं.
लालू प्रसाद ने कहा, ‘तस्लीमुद्दीन की राजद में वापसी से पार्टी को मजबूती मिलेगी। वह एक धर्मनिरपेक्ष छवि के व्यक्ति हैं. इससे आगामी चुनावों में राजद को बल मिलेगा.’
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