आम आदमी पार्टी (आप) का असर देशभर में दिखने लगा है. इसके कार्यो से प्रभावित होकर समाज में अच्छी छवि के लोग इससे जुड़ने लगे हैं. यही नहीं दूसरी पार्टी के लोग भी आप के कार्यों से प्रभावित है और इससे जुड़ने में लगे हैं या जुड़ गये है. इसी क्रम में बीजेपी के पूर्व विधायक कनभाई कलसरिया आम आदमी पार्टी में शामिल होने की खबर है.
बुधवार को कलसरिया 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दिनेश वाघेला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए. कलसरिया ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में निरमा के सीमेंट संयंत्र के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था. खबरों की माने तो इंफोसिस के पूर्व बोर्ड मेंबर बालाकृष्णन ने भी आप का हाथ थाम लिया है. उन्होंने हाल में ही इंफोसिस के साथ अपने 22 साल लंबे करियर का समापन किया था. उन्होंने कहा कि मैंने मेंबर बनने के लिए 10 रुपये दिए. मैं देश में हो रही इस क्रांति का हिस्सा बनना चाहता हूं.
कलसरिया यहां जिला समाहरणालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की मौजूदगी में 'आप' में शामिल हो गए. उन्होंने सद्भावना मंच के बैनर तले गरियाधर विधानसभा सीट से साल 2012 का विधानसभा चुनाव लडा था. हालांकि, चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पडा था. यह पूछे जाने पर कि क्या वह आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी के खिलाफ लडेंगे तो कलसरिया ने कहा कि वह चुनाव लडेंगे या नहीं और किसके खिलाफ चुनाव लडेंगे, इसका फैसला पार्टी करेगी और वह उसका पालन करेंगे.'
बुधवार को कलसरिया 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य दिनेश वाघेला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए. कलसरिया ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में निरमा के सीमेंट संयंत्र के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था. खबरों की माने तो इंफोसिस के पूर्व बोर्ड मेंबर बालाकृष्णन ने भी आप का हाथ थाम लिया है. उन्होंने हाल में ही इंफोसिस के साथ अपने 22 साल लंबे करियर का समापन किया था. उन्होंने कहा कि मैंने मेंबर बनने के लिए 10 रुपये दिए. मैं देश में हो रही इस क्रांति का हिस्सा बनना चाहता हूं.
कलसरिया यहां जिला समाहरणालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की मौजूदगी में 'आप' में शामिल हो गए. उन्होंने सद्भावना मंच के बैनर तले गरियाधर विधानसभा सीट से साल 2012 का विधानसभा चुनाव लडा था. हालांकि, चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पडा था.
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