दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को मजाक बताते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि इस नाटक के जरिए कानून व्यवस्था चौपट की जी रही है। माकपा ने भी केजरीवाल के तौर तरीके की आलोचना की।
लालू प्रसाद ने किसी का नाम लिए बगैर यह भी कहा कि इन दिनों हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि हम इस नाटक में किसी तरह से शामिल नहीं हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री एक थाना प्रभारी के तबादले के लिए सड़क पर धरना दे रहे हैं। लोग इन सब चीजों की आलोचना कर रहे है। यह एक मजाक बन गया है। यह राष्ट्रीय राजधानी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो कुछ हो रहा है लोग उस पर हंस रहे हैं। मुख्यमंत्री होने के नाते वह मौजूदा तंत्र के तहत केंद्र सरकार के समक्ष इस मुद्दे को उठा सकते थे। पर, इन सब के पीछे कुछ और ही खेल है। जाहिर तौर पर आप की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टियां व लोग हैं जो कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं और इससे अन्य ताकतों को मजबूती मिल रही है।
लालू ने कहा कि यह एक मनोवैज्ञानिक युद्ध से कहीं ज्यादा है। मैं कांग्रेस पर निशाना साधने वालों से पूछता हूं कि क्या यह एक सांप्रदायिक पार्टी है? आप लोग मजबूत नहीं हैं और
पोलित ब्यूरो ने कहा कि केजरीवाल इस मुद्दे को उठाकर भारती और आप समर्थकों के कदम का बचाव कर रहे हैं जिन्होंने कथित तौर पर दक्षिणी दिल्ली में कुछ अफ्रीकी महिलाओं को निशाना बनाया। इन महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन हुआ और उनके खिलाफ नस्ली भाषा का इस्तेमाल किया गया। मंत्री का यह काम नहीं कि वह ऐसी अवैध गतिविधियों को निर्देशित करे।
माकपा ने कहा कि यह मुख्यमंत्री के लिए अनुचित है कि वे इस कृत्य पर परदा डालने के लिए पुलिस को एक निर्वाचित सरकार के प्रति जवाबदेह बनाने के व्यापक मुद्दे को उठाएं। पार्टी ने कहा कि दिल्ली में पुलिस की जवाबदेही का व्यापक सवाल, खास तौर पर महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मद्देनजर जनता के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का मुद्दा है।
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