Skip to main content

-- रेलवे के 15 व 16 के फेर में यात्रीयो को लाखो का लगा चूना

                                             रेलवे में अब भी अंग्रेजी शासन का अक्स बरकरार '

      अवनी  मिश्रा बबलू   समस्तीपुर 

 रेलवे के 15 व 16  के फेर में यात्रीयो को लाखो का लगा चूना
 बाली कहाबत को चरितार्थ कर रहा है रेलवे का एक कारनामा | मध्य पूर्व रेल के समस्तीपुर जंक्सन से अंगारघाट स्टेशन की दूरी को कभी 15 तो कभी 16 किलोमीटर निर्धारित कर मनमाने ढंग से किराया बसूल कर यात्रीयो को चूना लगा रहा है | इस एक किमी के चक्कर में अंगारघाट के रेल यात्रीयो को अब तक लाखो का चूना रेलवे लगा चूकी है | आश्चर्य जनक बात यह है कि इतनी बड़ी बित्तीय अनियमितता के बाद भी न मामले की गहन जांच हुई न ही दोषियो को खोजा जा सका |

छोटी से बड़ी लाईन होते ही बढी दूरी :

समस्तीपुर से अंगारघाट के बीच छोटी से बड़ी लाईन होते ही दूरी बढ गई , जबकि पटरीयां उसी लाईन पर बिछाई गई | न कोई मोर हुआ न ही स्ट्शन आगे पीछे हुआ |
-- स्थापना काल से 15 अक्टुबर 2006 तक ( छोटी लाईन ) दूरी 15 किलोमीटर
-- बड़ी लाईन बनने के साथ 15 अक्टुबर 2006 से 21 जनवरी 2013 तक दूरी 16 किलोमीटर
-- 22 जनवरी 2013 से 27 जून 2014 तक दूरी 15 किलोमीटर
-- 28 जून से फिर दूरी 16 किलोमीटर

क्या है पेच :

समस्तीपुर जं. से भगवानपुर देसुआ स्टेशन की 8.20 किमी तथा भगवानपुर देसुआ स्टेशन से अंगारघाट स्टेशन की दूरी 5.88 किमी है | एसे में समस्तीपुर जं. से अंगारघाट स्टेशन की दूरी 14.08 किमी , लेकिन ऱाउन्ड में इसे 15 किमी माना गया | एक से 15 किमी की दूरी का भारा एक है तथा 16 किमी दूरी होते ही ये भाड़ा दूनी हो जाती है | यानी अंगारघाट से समस्तीपुर की रेल किराया प्रति व्यक्ति 05 रूपये के स्थान पर 10 रूपया तथा मासिक एमएसटी 85 के जगह 100 रूपया हो गया | इसी चक्कर में यह खेल हो रहा है | एसा नही है कि यह गंभीर मामले की जानकारी रेलवे के उच्चाधिकारियो को नही है | स्थानीय दैनिक यात्री संघ इन मुद्दो पर कई बार घरना प्रदर्शन व हंगामा कर चुका है | इसकी शिकायत अधिकारियो के साथ मंत्रालय तक की गई है |

400 से अधिक यात्री करते नित्य यात्रा :

रेलवे सुत्रो के अनुसार प्रतिदिन 400 से अधिक यात्री यात्रा करते है | इस हिसाब से यहां आने जाने बालो को को यात्री टिकट व एमएसटी के माध्यम से अब तक 10 लाख से अधिक ज्यी वसूल किया गया |

कहते है अधिकारी :
' तकनीकी से जुड़ा मामला है बिना फाईल देखे कुछ भी बताना मुस्किल है | '

अबू इकवाल हुमायू , सीनिसर डीसीएम , पूर्व मध्य रेलवे, समस्तीपुर Click here to Reply or Forward

Comments

Popular posts from this blog

नियोजित शिक्षक के पक्ष में अभी भी नहीं दिखती सुशासन सरकार  बिहार वन मीडिया/ किरण कुमारी  बिहार में पटना हाइकोर्ट ने पिछले मंगलवार यानि 31 octobar 2017  को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि अब समान काम के लिए समान वेतन लागू होगा। चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन की खंडपीठ ने नियोजित शिक्षकों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि यह फैसला लागू किया जाना चाहिए नहीं तो इसे संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन माना जाएगा। हाइकोर्ट ने नियोजित शिक्षकों की याचिका को सुरक्षित रखते हुए आज इसपर सुनवाई की। कोर्ट ने नियोजित शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन की याचिका को सही ठहराया है। इस फैसले के बाद शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर राज्य के नियोजिक शिक्षकों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मालूम हो कि बिहार के नियोजित शिक्षक अपनी इस मांग को लेकर काफी दिनों से आंदोलनरत थे। कोर्ट के इस फैसले का विभिन्न शिक्षक संघों ने स्वागत करते हुए इसे न्याय की जीत करार दिया है। नियोजित शिक्षकों की ओर से ...
 बिहार के खनन निरीक्षक करोड़ों के मालिक हैं। खनन अफसरों के घर शुक्रवार को हुई छापेमारी में ये बातें सामने आयी। शुक्रवार को बिहार के दो खनन निरीक्षकों के विभिन्न ठिकानों पर आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छापा मारा। इन दोनों अधिकारियों वीरेंद्र यादव (गोपालगंज) और झकारी राम (शेखपुरा) के यहां से तकरीबन दस करोड़ की संपत्ति मिली है। पटना में झकारी राम के यहां एक करोड़ 64  लाख 34 हजार नकद मिले। इन नोटों को गिनने के लिए स्टेट बैंक से मशीन मंगानी पड़ी।   इस बीच शुक्रवार को ही जब आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने वीरेंद्र यादव के घर और कार्यालय में छापेमारी की तो परत दर परत सारी चीजें ऊपर आने लगी। छापेमारी उनकी कार्याफय, मुजफ्फरपुर स्थित आवास, पैतृक गांव बरियारपुर में की गयी। शुक्रवार की सुबह मुजफ्फरपुर के रामदयालु नगर मुक्तिनाथ मंदिर स्थित तीन मंजिले मकान में अधिकारियों ने छापा मारा। गुरुवार को पटना के आर्थिक अपराध थाने में इनके खिलाफ मामला दर्ज किया था।   अब तक की छापेमारी में लगभग 2 करोड़ की संपत्ति अर्जित करने का खुलासा हो चुका है। वीरेंद्र यादव पिछले कई माह से गोपाल...

समाज का प्रतिदर्पण है साहित्यकार

                                                    समाज का प्रतिदर्पण है साहित्यकार  राम बालक राय /बिहारवन वेब  ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई समस्तीपुर महाविद्यालय समस्तीपुर परिसर में अंग्रेजी विभाग के तत्वाधान में  द एजुकेशन फंक्शन ऑफ़ लिटरेचर विषय पर आयोजित एक दिवसीय शैक्षिक सेमीनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉक्टर प्रभात कुमार ने मिथिलांचल के शैक्षिक व साहित्यिक आयाम को मजबूती से रेखांकित करते हुए कहा की अच्छा साहित्यकार व्यक्ति व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझता है।  वह प्रगतिशीलता की मशाल को हमेशा जलाये रखता है. साहित्यकार के पास सामाजिक विकाश के पक्ष को बल देने हेतु तत्पर रहता है. उनकी अपनी बौद्धिक जिज्ञाषा होती है जिसे वह शब्दो में बाहर लाता है. वे बिना किसी पूर्वाग्रह के समझने की कोशिश करता है। जो  साहित्यकार यह नहीं समझ सका वह समाजोपयोगी कलाकृति का दावा नहीं कर सकता।   किसी ...