प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधार कार्ड के कर्ताधर्ता नंदन नीलेकणि से बेहद प्रभावित हैं।
बिहार वन बयूरो
दिल्ली के सूत्रों से खबर है कि जुलाई के पहले नंदन नीलेकणि की मोदी से मुलाकात हुई
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दिल्ली के सूत्रों से खबर है कि जुलाई के पहले नंदन नीलेकणि की मोदी से मुलाकात हुई
इस भेंट के बाद मोदी नीलेकणि से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने आधार कार्ड में ज्यादा से ज्यादा लोगों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रख दिया।
बताया जाता है कि नीलेकणि दिल्ली में अपना सरकारी बंगला खाली करने आए थे और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का समय मांगा था। उनकी मोदी से भेंट हुई और मोदी इतने ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने आधार कार्ड परियोजना को पहले से ज्यादा धन दे दिया।
इसके पहले कहा जा रहा था कि नई सरकार आधार कार्ड की योजना यूआईडीएआई पर ज्यादा ध्यान नहीं देगी, लेकिन न केवल प्रधानमंत्री बल्कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी इसके महत्व को समझा और आधार नंबरों को चलाने तथा इसके जरिये ही जरूरतमंदों को सीधे पैसा भेजने की योजना को जारी रखने पर जोर दिया।
पहले उन्हें 1,550 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन अब यह राशि बढ़कर 2,039 करोड़ रुपये हो गई है। इस परियोजना में भाजपा के कई नेताओं की भी रुचि नहीं थी और वे इसे बहुत तव्वजो देने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन प्रधानमंत्री की मीटिंग के बाद अब हालात बदल गए हैं। अब सरकार फिर से इसे महत्व देने जा रही है। इसके लिए इसकी व्यवस्था में बदलाव करके इसे चुस्त-दुरुस्त बनाया जाएगा।
बताया जाता है कि नीलेकणि ने प्रधानमंत्री को यह समझाया कि अगर ठीक ढंग से आधार कार्ड योजना को लागू किया जाए तो इससे सरकार सब्सिडी में दी जाने वाली राशि से 50,000 करोड़ रुपये बचा सकती है। नीलेकणि और मोदी की मीटिंग के बाद अब यह तय है कि आने वाले समय में आधार का ज्यादा उपयोग होगा और इसे कई महत्वपूर्ण योजनाओं से जोडा़ जाएगा।
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