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रक्षा वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जीवनी

 रक्षा वैज्ञानिक  डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जीवनी  अदभूत  प्रतिभा के धनी डॉ0 अवुल पकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम भारत के ऐसे पहले वैज्ञानिक हैं, जो देश के राष्ट्रपति (11वें राष्ट्र पति के रूप में) के पद पर भी सुशोभित हुए। वे देश के ऐसे तीसरे राष्ट्र्पति (अन्य दो राष्ट्र पति हैं सर्वपल्लीन राधाकृष्णन और डॉ0 जा़किर हुसैन) भी हैं, जिन्हें राष्ट्रीपति बनने से पूर्व देश के सर्वोच्च‍ सम्मा्न ‘भारत रत्न’ से सम्मा‍नित किया गया। इसके साथ ही साथ वे देश के इकलौते राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने आजन्म अविवाहित रहकर देश सेवा का व्रत लिया है।  जन्म: * मिसाइलमैन ए.पी.जे. अब्‍दुल कलाम * अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तामिलनाडु के रामेश्वरम कस्बे के एक मध्‍यमवर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता जैनुल आब्दीन नाविक थे। वे पाँच वख्त के नमाजी थे और दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते थे। कलाम की माता का नाम आशियम्मा था। वे एक धर्मपरायण और दयालु महिला थीं। सात भाई-बहनों वाले पविवार में कलाम सबसे छोटे थे, इसलिए उन्हें अपने माता-पिता का विशेष दुलार मिला।  पाँच वर्ष की अवस्था में रामेश्वमरम के
जवाहर ज्योति बाल  बिकास केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण सप्ताह   के अवसर पर सरायरंजन प्रखंड के गांवों में सात दिवसीय बाल रैली व् बाल संवाद सप्ताह का आयोजन किया गया यह काय्रक्रम संस्था के सचिव सुरेन्द्र कुमार के नेतृत्वा में किया गया बाल  अधिकारों के प्रति संवेदना जताई गई इस अवसर के सहगामी जिला बाल कल्याण समिति के तेजपाल सिंह ओमप्रकाश पाण्डेय एव्वं चाइल्ड राइट्स प्रोटेक्शन फोरम के राजीव गौतम आदि थे। कायर्क्रम को सफलीभूत करने हेतु  सोनाली कुमारी जयंती कुमारी मनीषा कुमारी रविन्द्र पासवान कौसिक मित्रा व् अन्य  थे। क्रेडिट बाई रामबालक राय , बिभूति कुमार