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Showing posts from January, 2014
भवबंधन से मुक्ति का मार्ग धर्माचार्य स्वामी प्रभुपाद जो मनुष्य भगवान के आविर्भाव के सत्य को समझ लेता है, वह इस भवबंधन से मुक्त हो जाता है और इस शरीर को छोड़ते ही वह तुरन्त भगवान के धाम को लौट जाता है. भवबंधन से जीव की ऐसी मुक्ति सरल नहीं है. निर्विशेषवादी तथा योगीजन पर्याप्त कष्ट तथा अनेकानेक जन्मों के बाद ही मुक्ति प्राप्त कर पाते हैं . इतने पर भी उन्हें जो मुक्ति भगवान की निराकार ब्रह्मज्योति में तादात्म्य प्राप्त करने के रूप में मिलती है, वह आंशिक होती है और इस भौतिक संसार में लौट आने का भय बना रहता है. किन्तु भगवान के शरीर की दिव्य प्रकृति तथा उनके कार्यकलापों को समझने मात्र से भक्त इस शरीर का अन्त होने पर भगवद्धाम को प्राप्त करता है और उसे इस संसार में लौट आने का भय नहीं रह जाता. ब्रह्मसंहिता में बताया गया है कि भगवान के अनेक रूप तथा अवतार हैं- यद्यपि भगवान के अनेक दिव्य रूप हैं, फिर भी वे अद्वय भगवान हैं. इस तथ्य को विश्वासपूर्वक समझना चाहिए. यद्यपि यह संसारी विद्वानों तथा ज्ञानयोगियों के लिए अगम्य है. जैसा कि वेदों (पुरुषबोधिनी उपनिषद) में
POLICE HEADQUARTER   bihar police directory   Designation Area Code Office Telephone Residence Fax No Mobile Number D.G. Police 612 2217833 2217877 2281393 2217877 9431602301 - - - - - - A.D.G. (Headquaters) 612 2217628 2521797 2238370 9431492047 A.D.G. (Law & Order) 612 2217861/ 2233188 2284428 2233188 9431602309 I.G. (Headquaters & Administration) 612 2217325 2285933 2210922 9431020859 I.G. (Provision & Budget) 612 2215363 2291987 2215363 9431602306 I.G. (Operations) 612 2217762 2205534 2217762 9431602304 D.I.G. (Personnel) 612 2237066 2282624 2225984 9470001388 D.I.G. (Provision) 612 2217984 2290310 2225984 9431602305 A.I.G.(Inspection) 612 2217017 2911308 2226017 9470001374 A.I.G. (Q) 612 2217984 2292125 9431602305 D.I.G. (Admin) 612 2237848 2590144 2237848 9431227727 S.P. (S.T.F.) 612 2205237 DSP, Secretariat, Patna 612 2215014 D.G. Control Room 612 2217877 2223352 2230033 9431808586 612 2217849 2207208 Ekta Bhawan, S.T.F. 612 2219855 2691377 H.
dainik bhaskar ke prawesank ke mouke par lalu prasad aur nitish kumar ek sath
. Jan Nayak Karpoori Thakur Birth Anniversary Jan Nayak Karpoori Thakur was born on 24th January, 1924 in a village in Samastipur District of Bihar in a downtrodden wage earner family. From the days of his student life, he was interested in social upliftment of the weak and the poor. While doing his graduation, he left college to join Quit India Movement on the call of Mahatma Gandhi. As an ardent activist of freedom movement, he had to undergo rigorous imprisonment for 26 months. Even after independence he courted imprisonment several times in pursuance of various public causes relating particularly to upliftment and social equality of weaker segments of the society. Karpoori Thakur was the first non-Congress CM of Bihar and, after Jayaprakash Narayan, he is considered the real champion of the cause of the dalits and the poor. He had opted to marry off his daughter at his native village. Karpoori
समस्तीपुर में कर्पूरी जयंती के अवसर पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण करते नितीश कुमार 

अरविंद केजरीवाल की सरकार 'आप' के धरना प्रदर्शन को लालू प्रसाद यादव ने बताया मजाक

 दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को मजाक बताते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि इस नाटक के जरिए कानून व्यवस्था चौपट की जी रही है।  माकपा ने भी केजरीवाल के तौर तरीके की आलोचना की। लालू प्रसाद ने किसी का नाम लिए बगैर यह भी कहा कि इन दिनों हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि हम इस नाटक में किसी तरह से शामिल नहीं हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री एक थाना प्रभारी के तबादले के लिए सड़क पर धरना दे रहे हैं। लोग इन सब चीजों की आलोचना कर रहे है। यह एक मजाक बन गया है। यह राष्ट्रीय राजधानी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो कुछ हो रहा है लोग उस पर हंस रहे हैं। मुख्यमंत्री होने के नाते वह मौजूदा तंत्र के तहत केंद्र सरकार के समक्ष इस मुद्दे को उठा सकते थे। पर, इन सब के पीछे कुछ और ही खेल है। जाहिर तौर पर आप की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टियां व लोग हैं जो कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं और इससे अन्य ताकतों को मजबूती मिल रही है। लालू ने कहा कि यह एक मनोवैज्ञानिक युद्ध से कहीं ज्यादा है। मैं कांग्रेस पर निशाना साधने वालों से पूछता हूं

चंद्रमा पर एक मानवरहित अंतरिक्ष यान उतारने का अपना पहला अभियान

चंद्रमा पर एक मानवरहित अंतरिक्ष यान उतारने का अपना पहला अभियान     सफलतापूर्ण शुरू करने वाले चीन ने कहा है कि वह मंगल पर अपना पहला अंतर्ग्रहीय अभियान भेजने वाले भारत के साथ अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग करना चाहता है। चीन ने कल रात करीब 56.4 मीटर ऊंचे लॉंग मार्च-3बी नाम के रॉकेट के जरिए ‘चांग’ई -3’ नाम का प्रोब कक्ष में प्रक्षेपित किया । ‘चांग’ई -3’ को शीचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित किया गया । इसी दिन भारत के मंगलयान ने पृथ्वी की कक्षा छोड़ी और वह मंगल ग्रह के लिए 300 दिन की लंबी यात्रा पर रवाना हो गया। सरकारी संवाद समिति शिंहुआ ने चीन के ल्यूनर प्रोब के सफल प्रक्षेपण पर एक रिपोर्ट में कहा कि चीन के अंतरिक्ष वैज्ञानिक देश के निकट पड़ोसी भारत और अन्य देशों के साथ सहयोग करना चाहते हैं। इससे पहले चीन के चंद्रमा कार्यक्रम के डिप्टी कमांडर इन चीफ ली बेनझेंग ने मीडिया से कहा कि चीन के अंतरिक्ष अनुसंधान का मकसद किसी से मुकाबला करना नहीं है। शिंहुआ की रिपोर्ट ने बेनझेंग के हवाले से कहा, ‘‘ हम अपने चंद्र कार्यक्रम में अन्य देशों से सहयोग का स्वाग
एशिया सोसाइटी की पूर्व अध्यक्ष विशाखा एन देसाई   एशिया सोसाइटी की पूर्व अध्यक्ष विशाखा एन देसाई ने मजबूत एवं स्वस्थ भारत-अमेरिका रिश्तों को दुनिया के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि भारतीय राजनयिक की गिरफ्तारी पर विवाद के बाद दोनों देशों को अपने द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाना चाहिए। विशाखा ने कहा कि सांस्कृतिक गलत धारणाओं से राजनयिक विवाद उत्पन्न हुआ। देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी के नतीजे में रिश्तों में तनाव दिखाता है कि भारत-अमेरिका रिश्ते वास्तव में बहुत गहरे नहीं थे। उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत अगले चार माह में नए नेतृत्व में ले जाने वाले - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तीसरे कार्यकाल के लिए खड़ा नहीं होंगे - राष्ट्रीय संसदीय चुनाव की तैयारी कर रहा है और जब (अमेरिकी) राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम वर्षों में अपनी वैश्विक विरासत के बारे में विचार कर रहे हैं, दोनों देशों के लिए अपने रिश्तों को एक बार फिर से आगे बढ़ाना बुद्धिमानी होगी।’’ विशाखा ने कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि खोबरागड़े घटना की दोनों देशों की प्रतिक्रिया-पूर्ण
केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री  शशि थरूर  की पत्नी सुनंदा की मौत की खबर पर पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार सन्न रह गईं। उन्होंने तुरंत  ट्विटर  पर अफसोस जताते हुए लिखा, वॉट द हेल। सुनंदा। ओह माइ गॉड।'   उन्होंने लिखा, 'मैंने अभी-अभी इसे पढ़ा और मैं पूरी तरह से स्तब्ध रह गई। मेरे पास इस घटना के बारे में कहने के लिए शब्द नहीं हैं। रेस्ट इन पीस सुनंदा।'   गौरतलब है कि पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार और  शशि थरूर  के ट्वीट को लेकर सुनंदा परेशान थीं। बुधवार को ये ट्वीट सामने आए थे। बाद में शशि ने कहा था कि उनका अकाउंट हैक किया गया है। सुनंदा ने शशि और मेहर के खिलाफ कई ट्वीट किए थे। मेहर को आईएसआई एजेंट बताया था।   मौत से दो दिन पहले सुनंदा ने मेहर तरार को आईएसआई एजेंट बताया था और आरोप लगाया था कि वह शशि थरूर के पीछे पड़ी हैं। इस मामले में उन्होंने अपने पति के रुख की भी कड़ी आलोचना की थी। हालांकि बाद में थरूर दंपती ने बयान जारी कर कहा था कि उनके बीच सब ठीक है। गुरुवार शाम को यह बयान जारी हुआ था और शुक्रवार शुक्रवार की शाम सुनंदा दिल्ली के एक होटल में मृत प
नई दिल्ली.   भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागडे  को राजनयिक छूट देने से अमेरिका ने इनकार कर दिया है। साथ ही अमेरिका ने उन्हें भविष्य में वीजा देने से भी मना किया है। भारत वापस लौटने के बाद देवयानी ने इस केस में बनी अनिश्चितताओं पर दुख जताते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को मिस (याद) कर रही हैं। देवयानी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि अब वे शायद ही कभी अपने पति और बच्चों के साथ अमेरिका में रह पाएं।     देवयानी ने कहा, 'यदि मेरे बच्चे पढ़ने और काम करने के लिए अमेरिका का चुनाव करते हैं तो क्या होगा? क्या होगा यदि मैं कभी अमेरिका वापस न लौट सकूं? वैसे भी मैं फिलहाल वहां नहीं लौट सकती, क्या इसका मतलब यह नहीं कि मैं कभी अपने परिवार के साथ अमेरिका में नहीं रह पाऊंगी।'   देवयानी ने कहा कि उनके दिमाग में इस समय सबसे बड़ी चिंता अपने परिवार को लेकर हैं। साथ ही वह अपने करियर को लेकर भी चिंतिंत हैं। देवयानी ने कहा, 'मैं अपने देश वापस लौट आई हूं। मेरा समर्थन करने वाले लोगों के बीच आकर मैं खुश हूं लेकिन अभी कानूनी लडाई जारी है।  मैं भारत आ गई हूं लेकिन मैं पक्ष अभी भी
नारायण मूर्ति की वापसी से इंफोसिस भरने लगी दम कर्नाटक  देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस में नारायण मूर्ति की वापसी के साथ ही वित्तीय तस्वीर बदलने लगी है। मूर्ति के असर से चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 21.4 फीसद उछलकर 2,875 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह अक्टूबर-दिसंबर 2012 में 2,369 करोड़ रुपये था। कंपनी के गिरते प्रदर्शन को देखते हुए पिछले साल जून में मूर्ति ने इंफोसिस में अपनी दूसरी पारी एक्जीक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर शुरू की थी। उसके बाद से कंपनी का प्रदर्शन सुधरने लगा है। इंफोसिस के सीईओ और एमडी एसडी शिबुलाल ने शुक्रवार को नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि तीसरी तिमाही शानदार रही। इस अवधि में राजस्व भी 25 फीसद बढ़कर 13,026 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 10,424 करोड़ रुपये था। शिबुलाल ने बताया कि पिछली दो तिमाहियों में कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों का नतीजा हमें शुद्ध मुनाफे में दोहरे अंक में उछाल के तौर पर मिला। दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 54 नए ग्राहक जोड़े हैं। इनमें से एक पांच करोड़ डॉलर का भी है। इन