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Showing posts from March, 2017
बिहारवन वेब समस्तीपुर   बिहार पंचायत नगर प्राम्भिक शिक्षक संघ द्वारा सामान काम के सामान बेतन मान एवं अन्य मांगो को लेकर पटना में अनिश्चित कालीन धरना में बिहार सरकार द्वारा किये गए दमनात्मक कार्रवाई एवं बिहार पुलिस द्वारा किये गए लाठी  चार्ज के बिरोध में जिला इकाई द्वारा मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन कर आक्रोश ब्यक्त किया ।वरीय जिला उपाध्यक्ष संजीव आर्य एवं जिला कार्यालय सचिव श्री शम्भू कुमार सुमन के नेतृत्व में जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ भवन से आक्रोश पूर्ण जुलुस  निकाल कर शिक्षको ने सरकार दोहरी नीति के खिलाफ जमकर नारे लगाते हुए जुलुस कर्मचारी भवन से निकल कर चीनी मिल चौक पहुच कर मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया । संगठन मीडिया प्रभारी  राम बालक राय ,  ने बताया की शिक्षको पर लाठी चार्ज करवाना लोकतंत्र पर हमला है.   इस कार्यक्रम में राजाराम महतो , नन्द किशोर यादव , राम बालक राय , अभय कुमार ,हरिमोहन चौधरी ,राजीव रंजन उमेश कुमार , मनोज कुमार साह , ने बताया कि सरकार अगर कोई कदम नहीं उठाई तो हम लोग कॉपी मूल्यांकन कार्य बहिष्कार करते हुए स्थानीय सांसद एवं

सांस्कृतिक आंदोलन के प्रणेता डा. पी गुप्ता की प्रतिमा का अनावरण

विप्लवी पुस्तकाल   य जैसा पुस्तकालय हर गांव में हो  प्रोफेसर अनिल सदगोपाल  बिहारवन न्यूज़ / राम बालक राय मटिहानी गोदरगावा से लौटकर    इस धरती ने  राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर व साहित्यकार रामशरण शर्मा जैसे कई बिभुतियो को जन्म दी है. इस धरती से हर किसी को प्रेरणा मिलती है।  इस धरती पर पहुंच कर मैं अपने को गर्व महसूस करता हु।  बेगूसराय हमेशा से साहित्य व संस्कृति के प्रति गहरा लगाव रखते रहा है.  उक्त विचार  बेगूसराय जिले ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित विप्लवी पुस्तकालय गोदरगावां में  प्रो अनिल सदगोपाल  ने कहीं.  साहित्यकार जब गोदरगावां पहुंचे और ग्रामीण परिवेश में पुस्तकालय की भव्यता व लोगों में पुस्तक व साहित्य के प्रति लगाव देख कर अचंभित हो उठे. साहित्यकारों ने कहा कि हमलोगों को देश के विभिन्न हिस्सों में जाने का अवसर मिलता है. सभी जगहों पर पुस्तकालय की स्थिति समाप्त होती जा रही है.  लेकिन यहां आने के बाद एक बार फिर उत्साह जागृत होता है कि पुस्तकालय के प्रति अभी भी लोगों की गहरी अभिरुचि है. साहित्यकारों ने कहा कि विप्लवी पुस्तकालय जैसी भव्यता देश के साढ़े पांच हजार गां

बात भोज से शुरू हुई थी। ... नितीश कुमार

बिहारवन वेब समस्तीपुर बिहार में भोज को लेकर एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है. एक बार फिर भोज से बात निकलेगी।  9 साल पहले जिस भोज को लेकर जेडीयू और बीजेपी में तल्खी हुई थी उसे भूलते हुए बीजेपी ने इस बार नीतीश के न्योते को स्वीकार कर लिया है. भोज से शुरू हुई आपसी कड़वाहट को बिहार बीजेपी ने एक तरह से कम कर दिया है और सीएम नीतीश कुमार के भोज में शामिल होने का फैसला लिया है. दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को सभी दलों के नेताओं को भोज पर आमंत्रित किया है. इस भोज में भाजपा शामिल होगी या नहीं इसे लेकर संशय था लेकिन सदन में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरीय नेता प्रेम कुमार ने इस संशय को कम करते हुए भोज में जाने की बात स्वीकारी है. प्रेम ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के आमंत्रण पर भाजपा भोज को स्वीकार कर लिया है. तब बीजेपी नेता प्रेम कुमार  ने 2009 का जिक्र करते हुए कहा कि उस भोज के दौरान मिले जख्म को हम नहीं भूले हैं लेकिन हम परंपरा का निर्वाह करते हुए इसमें शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि तब जदयू ने अतिथि देवो भवः की लाज नहीं रखी थी लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करने जा रही.

Bihar ke governor ramnath kowind NE cm yogi Aditya Nath se mulakaat

आज बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने की यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से की  मुलाकात ,VVIP गेस्ट हाउस में हुई मुलाकात ,  राज्यपाल ने  सीएम को बुद्ध प्रतिमा भेट की .....
मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री का पुतला दहन करते शिक्षक।

Saman kaam ke badle saman wetan ki maang jari rakhenge.

बिहार नयूज एक्सप्रेस राम बालक राय समस्तीपुर। वेतनमान के लिए शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। शुक्रवार को शिक्षकों ने कहीं धरना-प्रदर्शन किया तो कहीं मांगों के समर्थन में उपवास रखा। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले शुक्रवार को शिक्षकों ने समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर सरकारी बस पड़ाव में प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष रामचंद्र राय ने कहा कि राज्य सरकार नियोजित शिक्षकों की हकमारी कर रही है। यह शिक्षकों के संवैधिक अधिकार का हनन है। संघ इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। समान वेतनमान मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। कोर्ट से रोड तक लड़ाई होगी। धरना में शामिल रालोसपा बुद्धजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत कुमार राय ने शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए नैतिक समर्थन दिया। मांगों के समर्थन में 21 मार्च को मशाल जुलूस, 23 मार्च को पटना में आयोजित अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन में भागीदारी का संकल्प लिया गया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष ने की। संचालन महासचिव कुमार गौरव ने किया। धरना को वरीय उपाध्यक्ष संजीव आर्य, संयुक्त सचिव अभय आजाद, श

जाने योगी आदित्यनाथ को

योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट है. अजय सिंह का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था. उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया. वो गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं. आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं. वो हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो कि हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है. योगी आदित्यनाथ 1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. योगी यूपी बीजेपी के बड़े चेहरे माने जाते थे. 2014 में पांचवी बार योगी सांसद बने. योगी ऐसे राजनीति में आए -उनके गुरु अवैद्यनाथ ने 1998 में राजनीति से संन्यास लिया और योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई. 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने. इनपुट अ अख्तर।

जाने योगी आदित्यनाथ को

योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय मोहन सिंह बिष्ट है. अजय सिंह का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था. उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया. वो गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं. आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं. वो हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो कि हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है. योगी आदित्यनाथ 1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. योगी यूपी बीजेपी के बड़े चेहरे माने जाते थे. 2014 में पांचवी बार योगी सांसद बने. योगी ऐसे राजनीति में आए -उनके गुरु अवैद्यनाथ ने 1998 में राजनीति से संन्यास लिया और योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई. 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने. इनपुट अ अख्तर।

आगामी मुख्यमंत्री उतरपदेश होंगे मनोज सिंहा

बिहारवन टीम/ किरण ‘बिहार का दामाद करेगा अब युपी को आबाद’ यूपी के संभावित मुख्यमंत्री का ससुराल है भागलपुर 1 मई 1977 को हुई थी नीलम सिन्हा के साथ शादी उत्तर प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री मनोज सिन्हा बिहार के दामाद हंै। उनका ससुराल बिहार के भागलपुर में ही है। 1 मई 1977 को बड़े ही धूमधाम से उनका विवाह  भलपुर निवासी नीलम सिन्हा से हुआ था। मूल रुप से यूपी के गाजीपुर जिला के मोहनपुरा गांव निवासी मनोज सिन्हा का जन्म 1 अगस्त 1959 को हुआ था। 1989 से राजनीत में आए मनोज सिन्हा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। मनोज सिन्हा एक बार पूर्व में भी इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे। नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह सहित कई वरीय भाजपा नेताओं के चहेते मनोज सिन्हा को काफी शौम्य और शांत स्वभाव वाला पर गंभीर राजनेता माना जाता है। मनोज सिन्हा वर्तमान में रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री (स्तंत्र प्रभार) तथा 16वीं लोक सभा के सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT (BHU) वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक और एम.टेक की उपाधियां प्राप्त कीं हैं. तथा वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छ

आगामी मुख्यमंत्री उतरपदेश होंगे मनोज सिंहा

बिहारवन टीम/ किरण ‘बिहार का दामाद करेगा अब युपी को आबाद’ यूपी के संभावित मुख्यमंत्री का ससुराल है भागलपुर 1 मई 1977 को हुई थी नीलम सिन्हा के साथ शादी उत्तर प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री मनोज सिन्हा बिहार के दामाद हंै। उनका ससुराल बिहार के भागलपुर में ही है। 1 मई 1977 को बड़े ही धूमधाम से उनका विवाह  भलपुर निवासी नीलम सिन्हा से हुआ था। मूल रुप से यूपी के गाजीपुर जिला के मोहनपुरा गांव निवासी मनोज सिन्हा का जन्म 1 अगस्त 1959 को हुआ था। 1989 से राजनीत में आए मनोज सिन्हा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। मनोज सिन्हा एक बार पूर्व में भी इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे। नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह सहित कई वरीय भाजपा नेताओं के चहेते मनोज सिन्हा को काफी शौम्य और शांत स्वभाव वाला पर गंभीर राजनेता माना जाता है। मनोज सिन्हा वर्तमान में रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री (स्तंत्र प्रभार) तथा 16वीं लोक सभा के सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT (BHU) वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक और एम.टेक की उपाधियां प्राप्त कीं हैं. तथा वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छ

namankan

केंद्रीय विद्यालय में दाखिला सिर्फ गरीब बच्चों को,Read Full Story http://m.jagran.com/news/only-poor-children-enrolled-in-central-school-15695046.html Via Jagran App. Click to download https://play.google.com/store/apps/details?id=com.hindi.jagran.android.activity

आगामी मुख्यमंत्री उतरपदेश होंगे मनोज सिंहा

बिहारवन टीम/ किरण ‘बिहार का दामाद करेगा अब युपी को आबाद’ यूपी के संभावित मुख्यमंत्री का ससुराल है भागलपुर 1 मई 1977 को हुई थी नीलम सिन्हा के साथ शादी उत्तर प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री मनोज सिन्हा बिहार के दामाद हंै। उनका ससुराल बिहार के भागलपुर में ही है। 1 मई 1977 को बड़े ही धूमधाम से उनका विवाह  भलपुर निवासी नीलम सिन्हा से हुआ था। मूल रुप से यूपी के गाजीपुर जिला के मोहनपुरा गांव निवासी मनोज सिन्हा का जन्म 1 अगस्त 1959 को हुआ था। 1989 से राजनीत में आए मनोज सिन्हा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। मनोज सिन्हा एक बार पूर्व में भी इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे। नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह सहित कई वरीय भाजपा नेताओं के चहेते मनोज सिन्हा को काफी शौम्य और शांत स्वभाव वाला पर गंभीर राजनेता माना जाता है। मनोज सिन्हा वर्तमान में रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री (स्तंत्र प्रभार) तथा 16वीं लोक सभा के सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT (BHU) वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक और एम.टेक की उपाधियां प्राप्त कीं हैं. तथा वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छ

आगामी मुख्यमंत्री उतरपदेश होंगे मनोज सिंहा

बिहारवन टीम/ किरण ‘बिहार का दामाद करेगा अब युपी को आबाद’ यूपी के संभावित मुख्यमंत्री का ससुराल है भागलपुर 1 मई 1977 को हुई थी नीलम सिन्हा के साथ शादी उत्तर प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री मनोज सिन्हा बिहार के दामाद हंै। उनका ससुराल बिहार के भागलपुर में ही है। 1 मई 1977 को बड़े ही धूमधाम से उनका विवाह  भलपुर निवासी नीलम सिन्हा से हुआ था। मूल रुप से यूपी के गाजीपुर जिला के मोहनपुरा गांव निवासी मनोज सिन्हा का जन्म 1 अगस्त 1959 को हुआ था। 1989 से राजनीत में आए मनोज सिन्हा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। मनोज सिन्हा एक बार पूर्व में भी इस संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे। नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह सहित कई वरीय भाजपा नेताओं के चहेते मनोज सिन्हा को काफी शौम्य और शांत स्वभाव वाला पर गंभीर राजनेता माना जाता है। मनोज सिन्हा वर्तमान में रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री (स्तंत्र प्रभार) तथा 16वीं लोक सभा के सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान IIT (BHU) वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक और एम.टेक की उपाधियां प्राप्त कीं हैं. तथा वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छ

Dalsingsarai samastipur

संतोष कुमार सिंह,दलसिंहसराय । दो  पत्नी छः बच्चे छोड़  तीसरे के साथ भागने के दौरान  दोनों बीबी ने पति को  पकड़कर किया पुलिस के हवाले महंगाई के दौर में एक बीवी और एक बच्चे की परवरीश करने में इंसान को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं आज के इस दौर में एक ऐसा भी शख्स है जो दो बीवी एवं 6 बच्चों के रहते हुए भी तीसरी शादी रचाकर उस नई नवेली दुल्हन को लेकर हरियाणा ले जा रहा था.इसी क्रम में पूर्व की दोनों पत्नियों ने अपने पति को तीसरी बीवी के साथ बुधवार को राष्ट्रीय उच्च पथ 28 स्थित अंबेडकर बस पड़ाव के समीप जबरन पकड़ लिया और उसे स्थानीय लोगो की मदद से थाने पर पहुचा दिया. इस दृश्य को शहर के लोग देखने के लिए उतावले हो रहे थे. मामला अनुमंडल के उजीयारपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव की है. यहां के रहने वाले संजय सहनी की पहली पत्नी रिंकू देवी ने बताया कि आज से 15 वर्ष पूर्व संजय सहनी के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ उसकी शादी हुई थी और उससे तीन संतान भी है. इसके बावजूद मेरी शादी के 10 वर्ष बाद उसके पति संजय ने बेगूसराय जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के बहरस गांव निवासी रामदेव सहनी की पुत्