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   रामबालक रॉय
भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक कैलाशपति मिश्र का शनिवार को दोपहर एक बजे पटना में निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे। उनको अखंड बिहार में भाजपा का 'भीष्म पितामह' कहा जाता था। उन्होंने खासकर बिहार व झारखंड में ईट-ईट जोड़कर भाजपा का 'बड़ा महल' खड़ा किया। उनकी हैसियत का अंदाज भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद के इन बातों से लगाया जा सकता है-'भाजपा अभिभावकविहीन हो गई। एक युग का अंत हो गया।' उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व पूर्व प्रदेश भाजपाध्यक्ष राधामोहन सिंह के अनुसार 'मैंने उनके जैसा संगठनकर्ता नहीं देखा। उनके लिए सबकुछ सिर्फ संगठन था। उन्होंने पैदल, बस, तांगा व रिक्सा तक पर बैठकर संगठन को यहां तक पहुंचाया।'कैलाश जी का अंतिम संस्कार रविवार को शाम पांच बजे होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराने की बात कही। निधन की खबर सुनतेही मुख्यमंत्री कैलाश जी के कौटिल्यनगर स्थित आवास पर पहुंचे और उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए। भाजपा नेता संजय मयूख के अनुसार अंतिम संस्कार में वरीय भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, अनंत कुमार आदि शामिल होंगे। ये सभी शनिवार को चार बजे विमान से आएंगे। कैलाश जी कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें सांस की तकलीफ थी। उनका अंतिम संस्कार बांसघाट पर होगा। उनका पार्थिव शरीर विधानमंडल परिसर में लाया जाएगा। फिर पार्टी कार्यालय। यहां से उनकी शवयात्रा शुरू होगी।
उनके निधन की खबर सुनते ही उनके आवास पर पहुंचने वालों का तांता लग गया। मुख्यमंत्री समेत कमोबेश तमाम पार्टियों के नेता आए। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि कैलाशपति मिश्र ख्यात नेता व समाजसेवी थे। उनके निधन से राजनीति जगत के एक युग का अंत हो गया। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति तथा परिजनों, अनुयायियों को दुख की इस घड़ी में धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा.सीपी ठाकुर, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद, कला संस्कृति मंत्री सुखदा पांडेय, नगर विकास मंत्री डा.प्रेम कुमार, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राधामोहन सिंह, वरीय भाजपाई गंगा प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजद प्रदेश अध्यक्ष डा.रामचंद्र पूर्वे आदि ने घर पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान आदि ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। भाजपा विधान पार्षद हरेंद्र प्रसाद ने कहा कि कैलाश जी अंतिम समय तक पार्टी के लिए चिंतित रहे। वे पार्टी पदाधिकारियों को पार्टी की उन्नति के लिए दिशा-निर्देश दिया करते थे। हम सबके अभिभावक थे। .
जीवन सफर : एक नजर          जन्म : 5 अक्टूबर 1923
                                     पिता का नाम : पंडित हजारी मिश्र   गांव : दुधारचक
                                     1942 के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी .
                                     1945 : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े .
                                     1945-46 : आरा के प्रचारक
                                      1959 : प्रदेश संगठन मंत्री
                                      1977-80 : बिक्रम विधानसभा क्षेत्र से विधायक
                                    * इस दौरान कर्पूरी ठाकुर की सरकार में वित्ता मंत्री
                                      1980 : भाजपा के प्रथम प्रदेश (बिहार) अध्यक्ष
                                      1983-87 : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
                                      1984-90 : राज्यसभा सदस्य
                                      1988-93 : भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री
                                      1993-95 : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
                                      1995-2003 : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
                                   * राष्ट्रीय मंत्री व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर रहते हुए बिहार, झारखंड,                                                   पश्चिम बंगाल, उड़ीसा व अंडमान निकोबार के संगठन मंत्री
                                   * 7 मई 2003 से 7 जुलाई 2004 : गुजरात के राज्यपाल
                                  (इसी दौरान चार महीने के लिए राजस्थान के भी राज्यपाल). 

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